Wednesday, April 20, 2016

बार बार दिन ये आये

बार बार दिन ये आये, बार बार दिल यह गाये 
तू जिये हज़ारों साल, यह मेरी आरज़ू है
बेक़रार होके दामन, थाम लूँ मैं किसका 

क्या मिसाल दूँ मैं तेरी, नाम लूँ मैं किसका
नहीं, नहीं, ऐसा हसीं, कोई नहीं है
जिस पे  ये नज़र रुक जाये, बेमिसाल जो कहलाये
तू जिये हज़ारों साल, यह मेरी आरज़ू है

औरों की तरह कुछ मैं भी, तोह्फ़ा ले आता 
मैं तेरी हसीं महफ़िल में, फूल ले के आता
जि  ने कहा उसे क्या है, फूलों की ज़रूरत
जो पहर खुद कहलाये, हर कली का दिल धड़काये
तू जिये हज़ारों साल, यह मेरी आरज़ू  है

फूलों  ने  चमन  से  तुझको  है  सलाम  भेजा  
तारों  ने  गगन  से  तुझको  ये  पयाम  भेजा
दुआ  है  ये  खुदा  करे  ए  शोख  तुझको
चाँद  की  उम्र  लग  जाए
आये  तो  क़यामत  आये
तू जिये हज़ारों साल, यह मेरी आरज़ू है

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