Saturday, February 27, 2016

तेरा चेहरा जब नज़र आये

मेरी बेचैनियों को चैन मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आयेमेरे दीवानेपन को सब्र मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आयेज़िक्र तुम्हारा जब जब होता है देखो न आँखों से भीगा भीगा प्यार बह जाता है
मेरी तन्हाइयों को नूर मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आयेमैं रात-दिन ये दुआ करूँ तेरे लिए मैं जियूं मरुँ चारों पहर तुझे देखा करूँ
मेरा जहाँ ये तुझपे फना करूँ
ज़िक्र तुम्हारा जब जब होता है देखो न होंठों पे तेरा एहसास रह जाता हैमेरे हर रास्ते को मंजिल मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आयेबेरंग हवाएं मुझे ना जाने दे गयी सदा क्यों अभी अभी है सरफ़रोशी ये आशिकी भी जायेगी जान मेरी इसमें कभीज़िक्र तुम्हारा जब जब होता है देखो न हर लम्हा तेरी दास्ताँ कह जाता है
मेरी हर इक तड़प को सुकून मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आये

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