बिनती सुनिए नाथ हमारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी,
हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी, हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी,
मोरमुकुट, पीताम्बरधारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
जनम जनम की लगी लगन है, ओ ओ जनम जनम की लगी लगन है,
साक्षी तारो भरा गगन है,
गिन गिन स्वास, आश कहती है, आयेगे श्री कृष्ण मुरारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
सतत प्रतीक्षा, अपलक लोचन, सतत प्रतीक्षा, अपलक लोचन,
हे भव बाना, विपति विमोचन, स्वागत का अधिकार दीजिये,
शरणागत है नयन पुजारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
और कहू क्या?, अंतर्यामी, ओ ओ ओ और कहू क्या?,
अंतर्यामी, तन, मन, धन, प्राणों के स्वामी, करूणा कर आकर ये कहिये,
स्वीकारी, बिनती स्वीकारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी.....
.हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी, हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी,
मोरमुकुट, पीताम्बरधारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
Rukmini's letter to Krishna
http://kanfusion.blogspot.in/2010/06/rukminis-letter-to-krishna-corrected.html
हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी, हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी,
मोरमुकुट, पीताम्बरधारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
जनम जनम की लगी लगन है, ओ ओ जनम जनम की लगी लगन है,
साक्षी तारो भरा गगन है,
गिन गिन स्वास, आश कहती है, आयेगे श्री कृष्ण मुरारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
सतत प्रतीक्षा, अपलक लोचन, सतत प्रतीक्षा, अपलक लोचन,
हे भव बाना, विपति विमोचन, स्वागत का अधिकार दीजिये,
शरणागत है नयन पुजारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
और कहू क्या?, अंतर्यामी, ओ ओ ओ और कहू क्या?,
अंतर्यामी, तन, मन, धन, प्राणों के स्वामी, करूणा कर आकर ये कहिये,
स्वीकारी, बिनती स्वीकारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी.....
.हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी, हृदयेश्वर, हरी हृदय्विहारी,
मोरमुकुट, पीताम्बरधारी, बिनती सुनिए नाथ हमारी......
Rukmini's letter to Krishna
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